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गिदीया खो

श्रेणी ऐतिहासिक

मालवा क्षेत्र ऐतिहासिक स्थलों एवं प्राकृतिक सुन्दरता से भरपूर है । जिले की रंगारंग, सांस्कृतिक , पृष्ठभूमि तथा पर्यावरण  विद्वानों, इतिहासकारों तथा पर्यटकों  को भी आकर्षित करती है इसके शांत वन तथा प्राकृतिक सुंदरता पर्यटकों को आकर्षित करती है । साथ ही जिले की आदिवासी क्षेत्र में अत्यंत प्राचीन स्थल भी है जिसे खुडैल देवता कहा जाता है । प्रत्येक पूर्णिमा एवं अमावस्या को इस स्थान पर आदिवासी पूजन हेतु एकत्र भी होते है । इसके समीप ही एक सुन्दर झरना भी है। यह झरना हरी भरी घाटी में होकर इंदौर नेमावर रोड से 9 कि. मी. कि दुरी पर स्थित है, 600 ft. ऊचाई से गिरती हुई पानी की धारा की बूंदो के कारण यह स्थल जबलपुर के भेड़ाघाट की याद दिलाता है । वर्षा काल में कई पर्यटक झरने को देखने आते है ।

फोटो गैलरी

  • जल प्रपात

कैसे पहुंचें:

बाय एयर

सबसें नजदीक हवाई अड्डा यहाँ पर इंदौर में हैं जो कि देवास से 40 किo मीo के अंतर्गत आता हैं । (घरेलु) अंतर्राज्यीय हवाई यात्रा के लिए भारतीय वायु सेवा एवं नीजि वायु सेवाएं इंदौर से दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और देश के मुख्य शहरों से जोड़ती है ।

ट्रेन द्वारा

देवास शहर पूर्ण रूप से मालगाड़ी परिवहन सें जुड़ा हैं यहाँ से मालगाडीयाँ का दिल्ली, मुंबई, कलकत्ता, चेन्नई, जयपुर, आदि मुख्य शहरो सें आवागमन होता हैं ।

सड़क के द्वारा

देवास शहर राष्ट्रीय राजमार्ग के क्रमांक 3 जो कि (आगरा सें मुंबई) को जाता हैं, पर स्थित हैं । देवास शहर केंद्र में स्थित हैं । अन्य दूसरे जिले भी सड़कों सें इसके आस – पास स्थित है । देवास जिला इन जिलो के केंद्र में स्थित है । इसके आस-पास मुख्य रूप से उज्जैन जिला है । उज्जैन नगर (धार्मिक शहर हैं जो की महाकालेश्वर के लिए प्रसिद्ध हैं ) अन्य जिलो में सिहोर, भोपाल (मध्यप्रदेश की राजधानी है) और इंदौर जिले मुख्य रूप से जुड़े हैं । यह शहर सड़क परिवहन से संपन्न है व पूर्ण- रूपेण जुड़ा है । देवास शहर आगरा से 560 km दूरी व भोपाल से 160 km दूरी पर व उज्जैन से 33 km दूरी पर और इंदौर से 35 km की दूरी पर स्थित है ।