बंद करे

संस्कृति और विरासत

सांस्कृतिक

संस्कृति

जिले को मुख्य सांस्कृतिक गतिविधि मालवी गीत हैं । लोकगीत भी अत्यन्त महत्वपूर्ण हैं जो विवाह, पर्व तथा स्थानीय मेलों की शोभा बढ़ाते हैं। पुरुषों का पारम्परिक परिधान धोती-कुर्त्ता हैं जो सफ़ेद या रंगीन होता हैं ; महिलाओं के परिधान में रंगीन लुगड़ा, ब्लाउज एवं लहंगा मुख्य है। नवरात्रि पर्व पर दुर्गा की प्रतिमा जिले के प्रत्येक भाग में स्थापित की जाती है तथा सड़कों पर गरबा नृत्य का आयोजन किया जाता है पश्चिम बंगाल के बाद नवरात्रि का कार्यक्रम देवास में वृहत पैमाने पर मनाया जाता है । क्योंकि यहाँ माँ चामुंडा की प्रसिद्ध टेकरी स्थित है।

विरासत

देवास शास्त्रीय संगीत का भी प्रसिद्ध केन्द्र है। दो राष्ट्रीय स्तर के संगीत कार्यक्रमों को देवास में मनाया जाता है। इनमें से एक उस्ताद उल्लादुद्दीन खां अकादमी भोपाल की ओर से जिला प्रशासन के समन्वय में म. प्र. शासन द्वारा कुमार गन्धर्व समारोह है । इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्तर पर युवा कलाकारों को रु. 51000/- नगद पुरुस्कार तथा “कुमार गन्धर्व सम्मान” से विभूषित कर प्रोत्साहित किया जाता है। दूसरा कार्यक्रम कुमार गन्धर्व संगीत अकादमी द्वारा आयोजित किया जाता है।.